Atishyokti alankar - हेलो नमस्कार दोस्तों आज हम अतिशयोक्ति अलंकार की परिभाषा (atishyokti alankar ki paribhasha) और अतिशयोक्ति अलंकार के उदाहरण (atishyokti alankar ke udaharan ) इस पोस्ट में लेकर आए हैं क्योंकि अतिशयोक्ति अलंकार परीक्षाओं में सबसे अधिक बार पूछा जाता है इसलिए पता होना चाहिए कि अतिशयोक्ति अलंकार किसे कहते हैं और अतिशयोक्ति अलंकार की परिभाषा क्या होती है अतिशयोक्ति अलंकार के उदाहरण कौन-कौन से हैं तो चलिए देख लेते हैं
अतिशयोक्ति अलंकार किसे कहते हैं
जहां पर बात को अत्यधिक बड़ा चढ़ा कर कर वर्णन किया जाता है वहां पर अतिशयोक्ति अलंकार होता है
अतिशयोक्ति अलंकार की परिभाषा - जहाँ कोई बात आवश्यकता से अधिक बढ़ा-चढ़ाकर कही जाय, वहाँ अतिश्योक्ति अलंकार होता है ।
अतिशयोक्ति अलंकार के उदाहरण
1. पड़ी अचानक नदी अपार, घोड़ा कैसे उतरे पार ।
राणा ने सोचा इस बार, तब तक चेतक था उस पार ।।
2. "हनुमान की पूँछ में, लगन न पाई आग ।
लंका सारी जरि गई, गये निसाचर भाग ।।"
यहाँ बात को बढ़ा-चढ़ाकर वर्णन हुआ है। अतः अतिश्योक्ति अलंकार है।
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Note:- छात्रों हमें उम्मीद है कि आपको अतिशयोक्ति अलंकार किसे कहते हैं और अति सूक्ति अलंकार की परिभाषा और उदाहरण आपको समझ में आ गया होंगे और अपने दोस्तों को भी शेयर कर दीजिए।
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