Class 10th hindi half yearly paper 2024-25 - स्वागत है आपका अगर आप भी कक्षा दसवीं हिंदी अर्धवार्षिक पेपर 2024 देने वाले हैं और आपको कुछ समझ नहीं आ रहा है हम क्लास 10th हिंदी अर्धवार्षिक पेपर की तैयारी के लिए क्या पढ़े और क्या न पढ़ें या आपका आने वाला कक्षा दसवीं हिंदी अर्धवार्षिक पेपर कैसा रहेगा किस किस तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे इसकी जानकारी के लिए आप इस पोस्ट को पूरा ध्यान से अवश्य पढ़ें।
Class 10th hindi half yearly paper 2024-25 Solution / कक्षा दसवीं हिंदी अर्धवार्षिक पेपर 2024
अर्धवार्षिक परीक्षा 2024-25
कक्षा – 10वी
विषय - हिंदी
(कुल प्रश्नों की संख्या : 23) कुल मुद्रित पृष्ठो की संख्या : 05
समय: 3 घण्टा पूर्णांक - 75
निर्देश -
(1) सभी प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
(2) प्रश्न 1 से 5 तक 30 वस्तुनिष्ठ प्रश्न हैं। प्रत्येक प्रश्न पर 1 अंक निर्धारित है।
(3) प्रश्न 6 से 17 तक अति लघु उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक के लिए 2 अंक निर्धारित हैं।
(4) प्रश्न 18 से 20 तक लघु उत्तरीय प्रश्न हैं। प्रत्येक के लिए 3 अंक निर्धारित हैं।
(5) प्रश्न 21 से 23 तक विश्लेषणात्मक प्रश्न हैं। प्रत्येक के लिए 4 अंक निर्धारित हैं।
प्रश्न-1 एक सही विकल्प चुनकर लिखिए -
1. तुलसीदास की रचना है
(क) रामचंद्रिका
(ख) प्रेम पच्चीसी
(ग) रामचरितमानस
(घ) रस विलास
2. 'दंतुरित मुस्कान' किस कवि की रचना है ?
(क) जयशंकर प्रसाद की
(ख) नागार्जुन की
(ग) मंगलेश डबराल की
(घ) सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की
3. दशानन में कौन-सा समास है ?
(क) द्वन्द्व समास
(ख) बहुब्रीहि समास
(ग) तत्पुरुष समास
(घ) कर्मधारय समास
4. चौपाई में कितनी मात्राएँ होती हैं ?
(क) 14
(ख) 24
(ग) 20
(ম) 16
5. रीतिकाल के कवि थे -
(क) भूषण,
(ख) जयशंकर प्रसाद,
(ग) जगमोहन सिंह,
(घ) अज्ञेय।
6. हिंदी का सर्वाधिक लोकप्रिय महाकाव्य कौन-सा है ?
(क) रामचरितमानस,
(ख) रामचंद्रिका,
(ग) कामायनी,
(घ) साकेत
प्रश्न -2 रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
कामायनी एक…………….. है
बिस्मिल्ला खाँ ………मंदिर में रोजाना शहनाई बजाते थे।
प्रयोगवादी कविता के प्रवर्तक……….. हैं
वीर रस का स्थायी भाव………….. है
पंचवटी' …………समास का उदाहरण है।
आधुनिक हिंदी कविता का प्रारंभ संवत्………. से माना जाता है।
प्रश्न 3- सही जोड़ी मिलाकर लिखिए -
“क' “ख”
(i) गद्य की प्रमुख विधाएँ (अ) जयशंकर प्रसाद
(ii) लखनवी अंदाज (ब) मानवीकरण
(iii) अंधे की लाठी (स) निबंध
(iv) मैं क्यों लिखता हूँ (द) एकमात्र सहारा
(v) कामायनी। (इ) यशपाल
(vi) मानवी क्रियाओं का आरोप। (ई) अज्ञेय
(उ) रेखाचित्र
(ऊ) प्रेमचंद
प्रश्न 4- एक वाक्य में उत्तर लिखिए -
"एक अनार सौ बीमार" का अर्थ लिखिए
रस के कितने अंग होते हैं ?
रामचरितमानस का मुख्य छंद क्या है ?
कामायनी किसकी रचना है ?
समास के कितने भेद होते हैं ?
काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तत्व क्या कहलाते हैं
प्रश्न 5- सत्य और असत्य चुनकर लिखिए -
चौपाई छंद में 24 मात्राएँ होती हैं।
पर्वतीय सुन्दरता मन को नहीं भाती है।
बिस्मिल्ला खाँ हिन्दू-मुस्लिम एकता के समर्थक थे।
हिरोशिमा में परमाणु बम गिरा था।
आदमी ने पहले पहल आग का आविष्कार किया था।
जो जीता न जा सके उसे अजेय कहते हैं।
6. सेनानी न होते हुए भी चश्मे वाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे ?
अथवा
बाबू गुलाबराय के अनुसार निबन्ध की परिभाषा लिखिए।
7. सन्धि और समास में कोई दो अन्तर लिखिए। अथवा शब्दशक्ति कितने प्रकार की होती है ? नाम भी लिखें।
8. गंतोक को "मेहनतकश बादशाहों का शहर" क्यों कहा गया है ?
अथवा
भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है ?
9. निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह कर समास का नाम लिखिए -
(i) पंचवटी,
(ii) नीलाम्बर।
अथवा
नई कविता की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।
10. कवि सूरदास अथवा तुलसीदास की काव्यगत विशेषताएँ निम्न बिन्दुओं के आधार पर लिखिए - 2
(i) दो रचनाएँ,
(ii) भावपक्ष।
11. फसल क्या है ?
अथवा
उद्धव के व्यवहार की तुलना किस-किस से की गई है ?
12. कविता में बादल किन-किन अर्थों की ओर संकेत करता है ?
अथवा
स्मृति को पाथेय बनाने से कवि का क्या आशय है ?
13. काव्य की परिभाषा लिखिए।
अथवा
अन्योक्ति अलंकार किसे कहते हैं ? उदाहरण सहित लिखिए।
14. रस किसे कहते हैं ?
अथवा
चौपाई छंद की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
15. रामवृक्ष बेनीपुरी अथवा यतीन्द्र मिश्र का साहित्यिक परिचय निम्न बिन्दुओं के आधार पर लिखिए-
(i) दो रचनाएँ,
(ii) भाषा शैली।
16. कहानी और उपन्यास में कोई दो अंतर लिखिए।
अथवा
नाटक और एकांकी में कोई दो अन्तर लिखिए।
17. लेखिका मन्नू भण्डारी के व्यक्तित्व पर किन-किन व्यक्तियों का प्रभाव पड़ा ?
अथवा
परशुराम के क्रोध करने पर लक्ष्मण ने धनुष के टूट जाने के लिए कौन-कौन से तर्क दिए
18. 'अनुशासन का महत्व' विषय पर अनुच्छेद लिखिए।
अथवा
रीतिकाल की कोई दो विशेषताएँ लिखिए
19. निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या लिखिए-
संस्कृति के नाम से जिस कूड़े करकट के ढेर का बोध होता है, वह न संस्कृति है न रक्षणीय वस्तु। क्षण-क्षण परिवर्तन होने वाले संसार में किसी भी चीज को पकड़कर बैठा नहीं जा सकता। मानव ने जब-जब प्रज्ञा और मैत्री भाव से किसी नए तथ्य का दर्शन किया है तो उसने कोई वस्तु नहीं देखी है, जिसकी रक्षा के लिए दलबंदियों की जरूरत हो।
अथवा
आषाढ़ की रिमझिम है। समूचा गाँव खेतों में उतर पड़ा है। कहीं हल चल रहे हैं, कहीं रोपनी हो रही है। धान के पानी भरे खेतों में बच्चे उछल रहे हैं, औरतें कलेवा लेकर मेड़ पर बैठी है। आसमान बादल से घिरा, धूप का नाम नहीं, ठंडी पुरवाई चल रही है। ऐसे ही समय आपके कानों में एक स्वर तरंग झंकार सी कर उठी यह क्या है ? यह कौन है ?
20. निम्नलिखित पद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए-
हमारें हरि हारिल की लकरी।
मन क्रम बचन नंद-नंदन उर, यह दृढ़ करि पकरी।
जागत सोवत स्वप्न दिवस-निसि, कान्ह-कान्ह जक री।
सुनत जोग लागत है ऐसौ, ज्याँ करुई ककरी।
सु तौ व्याधि हमकौं लै आए, देखी सुनी न करी।
यह तौ 'सुर' तिनहिं लै सौंपों, जिनके मन चकरी।
अथवा
मधुप गुन-गुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी;
मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी।
इस गंभीर अनंत-नीलिका में असंख्य जीवन इतिहास
यह लो, करते ही रहते हैं अपना व्यंग्य मलिन उपहास।
21. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर रूपरेखा सहित सारगर्भित निबन्ध लिखिए - (लगभग 120 शब्दों में)
(i) मेरा प्रिय खेल
(ii) विज्ञान के बढ़ते चरण
(iii) वृक्षारोपण
(iv) पर्यावरण प्रदूषण
(v) साहित्य और समाज।
22. अपने जिले के जिलाधीश महोदय को परीक्षाकाल में हो रहे ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगाने हेतु
अथवा
अपने प्रिय मित्र को अपने भाई की शादी में सम्मिलित होने के लिए पत्र लिखिए।
23. निम्नलिखित अपठित गद्यांश/काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
कभी-कभी लक्ष्य बहुत दूर दिखाई देता है। संदेह होने लगता है कि इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे या नहीं। कई बार लक्ष्य प्राप्ति के लिए अनेक प्रयास करने पर भी असफलता मिलती है। इससे मन में निराशा का भाव जागृत हो जाता है। निराशा से प्रसन्नता और शांति नष्ट हो जाती है। आशा उत्साहित करती है। निराशा का भाव अकेले नहीं आता। उसके साथ हीनता की भावना का जन्म होता है। असुरक्षा का भाव आता है, तनावों का बवंडर आ जाता है। उन उत्साहीन हो जाता है। मन में निराशा नहीं आशा को बसाना चाहिए। जो लोग जीवन में आशावादी रहते हैं वही विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य प्राप्ति में सक्षम हो सकते हैं।
प्रश्न -
(i) गद्यांश का शीर्षक लिखिए।
(ii) निराशा का भाव क्यों जागृत होता है ?
(iii) मन में आशा का भाव क्यों बनाए रखना चाहिए ?
अथवा
श्रम होता सबसे अमूल्य धन, सब जन खूब कमाते ।
सब अशंक रहते अभाव से, सब इच्छित सुख पाते ॥
राजा प्रजा नहीं कुछ होता, होते मात्र मनुज ही।
भाग्य-लेख होता न मनुज का, होता कर्मट भुज ही ॥
प्रश्न-
(i) इस पद्यांश का शीर्षक लिखिए।
(ii) श्रम को कवि ने कैसा धन कहा है ?
(iii) 'राजा प्रजा नहीं कुछ होता' से कवि का क्या आशय है ?
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