MP board क्लास 12th बायोलॉजी प्रश्न बैंक Solution 2022 {Unit -1}
Mp board 12th Biology Question bank solution :― दोस्तों आपकी परीक्षा में आपकी सहायता के लिए mp board ने प्रश्न बैंक जारी की हैं यदि आप जगह-जगह प्रश्न बैंक के प्रश्नों के उत्तर ढूंढ रहे हैं और आपको प्रश्नबैंक के प्रश्नों के हल ढूढ़ने में मुश्किल हो रही है तो दोस्तों आपको इतना परेशान होने आवश्यकता नही है क्योंकि लिये सभी प्रश्नों के एक साथ उत्तर आपको यहाँ मिल जायगे। जिससे आपका समय भी बचेगा । आज की इस पोस्ट में हम class 12th के chapter -1 के प्रश्नोत्तर उपलब्ध कर रहे हैं।
MP board Class 12th biology prashn bank solution 2022
दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट में कक्षा 12वीं के जीव विज्ञान विषय का प्रश्न बैंक में चैप्टर-1 की जो भीम इंपोर्टेंट क्वेश्चन दिए गए हैं उन सभी प्रश्नों का हल आपके लिए यहां पर उपलब्ध करा रहे हैं दोस्तों प्रश्न बैंक में आपके लिए जो भी प्रश्न दिए जाते हैं वह परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं प्रश्न बैंक कई वरिष्ठ और अनुभवी शिक्षकों के दिशा निर्देश के अनुसार तैयार की जाती है तो आप विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है कि आप प्रश्न बैंक के सभी प्रश्न उत्तरों को अच्छे से तैयार करें चैप्टर-1 का सलूशन आपको नीचे दिया गया है
Biology
अध्याय ― 1जीवों में जनन
प्रश्न 1. कायिक प्रवर्धन क्या है? दो उदाहरण लिखिए
उत्तर - कायिक जनन अलैंगिक जनन होता है प्राकृतिक कायिक जनन पौधे के जड़ तना तथा पत्तियों से हो सकता है इसके उदाहरण आलू के कंद, अदरक के प्रकंद तथा प्याज का वाल्व आदि है।
प्रश्न 2. ऋतु स्त्राव चक्र को परिभाषित कीजिए
उत्तर - मादा में हर 28 दिन या 29 में दिन पर तीन से चार दिनों तक योनि मार्ग से रक्त स्त्राव होता है जिसे रजोधर्म कहते हैं इसे रक्त स्त्राव का कारण गर्भाशय की अंता स्तर परत का और उसकी रक्त वाहिनी यों का नष्ट होना है जो तरल रूप में योनि से बाहर आता है परंतु सागर भत्ता की स्थिति में रजोधर्म बंद हो जाता है।
प्रश्न 3. एकलिंगाश्रयी तथा उभयलिंगाश्रयी को परिभाषित कीजिए।
उत्तर ― जब नर तथा मादा जननांग दो अलग-अलग पौधों पर स्थित होते हैं तब इन्हें एकलिंगाश्रयी पौधे कहते हैं जबकि ऐसे पौधे जिनमें नर तथा मादा जननांग एक ही पौधे पर होते हैं, उभ्यलिंगाश्रयी पौधे कहलाते हैं।
प्रश्न 4. पुनरुदभवन क्या है? उदाहरण लिखिए।
उत्तर ― पूर्णरूपेण विभेदित जीवो में अपनी कायिक भाग द्वारा नई जीव की उत्पत्ति की क्षमता होती है अर्थात इनकी कितनी ही टुकड़े करो हर भाग अपने आप में एक नया जीव बन जाएगा इसी ही पुनरुदभवन कहते हैं। उदाहरण -हाइड्रा प्लेन एरिया।
प्रश्न 5. आंतरिक निषेचन किसे कहते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर ―शुक्राणुओं तथा अंडाणु का संलयन निषेचन कहलाता है जब यह निषेचन माद के शरीर के अंदर होता है तो इसे आंतरिक निषेचन कहते हैं उदाहरण मनुष्य गाय आदि ।
प्रश्न 6. युग्मक स्थानांतरण को संक्षेप में समझाइए।
उत्तर तथा मादा युग्मकों का कायिक रुप से पास पास आकर सनलयित होने की प्रक्रिया को युगमकों का स्थानांतरण कहते हैं सामान्यतया नर युग्मक चल तथा मादा युग्मक अचल होते हैं जिसके कारण नर युग्मक ही स्थानांतरित होकर मादा युग्मक से सनलयित होते हैं और निषेचन क्रिया पूर्ण होती है।
प्रश्न 7. बीजाणु जनन को संक्षेप में लिखिए।
उत्तर - बीजाणु लैंगिक अलैंगिक जनन की एक ऐसी संरचना है जिसे कोई जीत जाती अपने विस्तार के लिए बनाती है अथवा विषम परिस्थिति में जीवित बने रहने के लिए बनाती है बीजाणु बहुत से पौधों शेवाल कवक प्रोटोजोआ आदि की जीवनचक्र का महत्वपूर्ण भाग होता है।
प्रश्न 8. खंडन विधि क्या है?
उत्तर - जब किसी पादप जीव के खंड हो जाए अर्थात वह कुछ भागों में विभक्त हो जाए और प्रत्येक भाग या खंड एक नई जीव में विकसित हो जाए तब प्रजनन की यह विधि खंडन विधि कहलाती है।
प्रश्न 9. जूस्पोर तथा यूनिट में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- जूस्पोर अलैंगिक प्रजनन के अंतर्गत बनते है जबकि युग्मनज लैंगिक प्रजनन के अंतर्गत बनते है। जूस्पोर में समसूत्री विभाजन होता है जबकि युग्मनज निर्माण में अर्धसूत्री तथा समसूत्री दोनों विभाजन होते हैं। जूस्पोर अगुणित चल बीजाणु होता है जबकि युग्मनज द्विगुणित अचल में आज अचल बीजाणु होता है।
प्रश्न 10. अलैंगिक जनन तथा अलैंगिक जनन में अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर ― अलैंगिक तथा लैंगिक जनन में अंतर निम्नलिखित है -
- अलैंगिक जनन में एक ही जीव नई संततियों को उत्पन्न करता है जबकि लैंगिक जनन में नर तथा मादा दोनों का होना आवश्यक होता है ।
- अलैंगिक जनन में नए तथा उच्च लक्षण विकसित होने की संभावना बहुत कम होती है जबकि लैंगिक जनन जनन में नए लक्षण विकसित होते हैं ।
- अलैंगिक जनन से उत्पन्न संतति अपनी जनक के लगभग समान ही होते हैं जबकि लैंगिक जनन से उत्पन्न संतति अपने जनकों के गुणों से भिन्नता दर्शाती है।
- अलैंगिक जनन में निषेचन आवश्यक नहीं होता जबकि लैंगिक जनन में निषेचन आवश्यक होता है।
- अलैंगिक जनन निम्न श्रेणी के जीव जंतुओं में पाया जाता है जबकि लैंगिक जनन उच्च श्रेणी के जीव जंतुओं में होता है।
उत्तर - अलैंगिक जनन में उत्पन्न संतती कायकीय रूप से तथा आनुवंशिक रूप से अपने जनकों के बिल्कुुल समान होती हैं। ऐसी संततियों को क्लोन कहा जाता है। क्लोन दूसरी संततियों की तरह अपने जनकों से भिन्नता नहीं दर्शाते ।
प्रश्न 12. जीवो में जनन क्यों आवश्यक होता है?
उत्तर किसी जीत जाती की निरंतरता बनाए रखने के लिए जनन आवश्यक होता है । जीवो के उत्पन्न होने के पीछे का कारण भी यही है ।
प्रश्न 13. यद्यपि आलू का कन्द एक भूमिगत भाग है लेकिन फिर भी इसे तना कहते हैं। दो कारण बताइए।
उत्तर-आलू का कन्द भूमिगत होने के पश्चात् भी एक तना है। इसके कारण निम्नलिखित हैं-
(1) कन्द पर स्पष्ट पर्व एवं पर्वसन्धि का पाया जाना।
(2) पर्वसंधियों पर कलिका (आँख) का पाया जाना।
प्रश्न 14. ब्रायोफाइटा में वर्धी जनन किस प्रकार का होता है?
उत्तर―ब्रायोफाइटा को पादप जगत के उभयचर भी कहा जाता है क्योंकि यह भूमि पर जीवित रहते हैं किंतु लैंगिक जनन के लिए जल पर निर्भर होते हैं यह छायादार पहाड़ियों तथा नाम दीवारों पर पाए जाते हैं इनमें वर्धी प्रजनन विखंडन द्वारा होता है।
Note :- सभी विषयों की प्रश्नबैंक का solution पाने के लिए हमारे साथ बने रहिये। इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद……
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