MP board क्लास 12th फिजिक्स अदवार्षिक पेपर 2021-22 Solution
Mp board Class 12th physics half yearly paper 2021-22:- 12th की बेहतर तैयारी और अच्छे परीक्षा परिणाम के लिए हम लाए हैं class 12th के सभी विषयो के impotant solution जो पूर्णतया blueprint पर आधारित है तथा इसमें reduce syllabus को भी ध्यान में रखा गया है।
आज की इस पोस्ट में हम आपको physics( भौतिकी ) की unit iv प्रत्यावर्ती धाराएँ का important solution उपलब्ध कर रहे हैं। लाभ लेने के लिए इसे पूरा अवश्य पढ़ें।
यदि आपने यूनिट 1 , 2, व 3 का important solution नहीं देखा है तो नीचे दी हुई लिंक पर जाकर आप इसे विजिट कर सकते हैं।
MP board क्लास 12th physics अदवार्षिक पेपर 2021-22 & Solutions
MP board 12th Physics Trimasik Paper Solution 2021-22 PDF download
Physics (भौतिकी) class 12th important solution 2021-22 chapter-6 विद्युत चुंबकीय प्रेरण
Blue print unit -IV
UNIT - IV
Chapter - 7
प्रत्यावर्ती धाराएँ
प्रश्न 1. प्रत्यावर्ती धारा से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- ऐसी विद्युत् धारा को, जिसका परिमाण और दिशा समय के साथ बदले तथा एक निश्चित समय के बाद उसी दिशा में उसी परिमाण के साथ प्रारम्भ हो जाये, प्रत्यावर्ती धारा कहते हैं।
प्रत्यावर्ती धारा का समीकरण निम्न है :- I = Io sinωt
शिखर मान (या आयाम)- प्रत्यावर्ती धारा के अधिकतम मान को धारा का शिखर मान या आयाम कहते हैं।
प्रश्न 2- वर्ग माध्य मूल मान किसे कहते है?
उत्तर- वर्ग माध्य मूल मान-प्रत्यावर्ती धारा का वर्ग माध्य मूल मान, दिष्ट धारा के उस मान के बराबर होता है जिसके द्वारा किसी प्रतिरोध तार में ऊष्मा उत्पन्न होने की दर ठीक उतनी ही होती है जितनी कि दी गयी प्रत्यावर्ती धारा द्वारा होती है। यदि प्रत्यावर्ती धारा का शिखर मान है तो धारा का वर्ग माध्य मूल मान Irms = Io/√2 = 0.707 Io
प्रश्न 3 . प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में प्रतिरोध, प्रतिघात तथा प्रतिबाधा का अर्थ समझाइए।
उत्तर- प्रतिरोध - कोई चालक धारा के मार्ग में जो रुकावट डालता है उसे प्रतिरोध कहते हैं, इसे R से प्रदर्शित करते है।
प्रतिघात-प्रत्यावर्ती परिपथ में एक अकेले खण्ड अर्थात् केवल प्रेरकत्व कुण्डली या केवल संधारित्र के लगे होने पर परिपथ के प्रभावी प्रतिरोध को प्रतिघात कहते हैं। इसे अक्षर X द्वारा प्रदर्शित करते हैं। इसका मात्रक ओह्म है।
प्रतिबाधा-प्रत्यावर्ती परिपथ में दो या दो से अधिक खण्डों (जैसे, R व L या R व C या Lव C या R,Lव C) के लगे होने पर परिपथ के कुल प्रभावी प्रतिरोध को प्रतिबाधा कहते हैं। इसे अक्षर Z द्वारा प्रदर्शित करते हैं। इसका मात्रक भी ओह्म है।
प्रश्न 4. दिष्ट धारा परिपथ में प्रेरकत्व कुण्डली एक शुद्ध प्रतिरोध की भाँति व्यवहार करतीहै ।
उत्तर-प्रेरकत्व कुण्डली की प्रतिघात XL =ωL, दिष्ट धारा के लिए ω = 0 इसलिए XL = 0 अत: प्रेरकत्व कुण्डली एक शुद्ध प्रतिरोध की भाँति व्यवहार करती है।
प्रश्न 5. एक संधारित्र दिष्ट धारा को रोकता है, क्यों?
उत्तर-संधारित्र की प्रतिघात Xc = 1/ ωC दिष्ट धारा के लिए ω=0 इसलिए XC= ∞(अनन्त), अत: सधारित्र दिष्ट धारा को रोकता है।
प्रश्न 6. वाटहीन धारा क्या है?
उत्तर-किसी परिपथ में प्रवाहित ऐसी प्रत्यावर्ती धारा जिसके लिए औसत व्यय सामर्थ्य: शून्य होती है, वाटहीन धारा कहलाती है।
प्रश्न 7. ट्रान्सफॉर्मर में किन-किन चार कारणों से ऊर्जा हानि होती है तथा इन्हें किस प्रकार कम किया जाता है?
उत्तर-ट्रान्सफॉर्मर में ऊर्जा हानि निम्न चार कारणों से होती है-
(1) प्राथमिक कुण्डली को दी गयी ऊर्जा का कुछ भाग उसके तार में ऊष्मा के रूप में व्यय हो जाता है। इसे ताम्र हानि कहते हैं। इसे कम करने के लिए उच्चायी ट्रान्सफॉर्मर में प्राथमिक कुण्डली का तार मोटा लेते हैं तथा अपचायी ट्रान्सफॉर्मर में द्वितीयक कुण्डली का तार मोटा लेते हैं।
(2) ऊर्जा का कुछ भाग लोहे के क्रोड को बार-बार चुम्बकित व विचुम्बकित करने में ऊष्मा के रूप में व्यय हो जाता है। इसे शैथिल्य हानि कहते हैं। इसे कम करने के लिए ट्रान्सफॉर्मर का क्रोड नर्म लोहे का लिया जाता है।
(3) ऊर्जा का कुछ भाग क्रोड में भँवर धाराओं के कारण ऊष्मा के रूप में व्यय हो जाता है। इसे लोह हानि कहते हैं। इसे कम करने के लिए क्रोड को पटलित लेते हैं।
(4) ऊर्जा का कुछ भाग चुम्बकीय फ्लक्स क्षरण होने के कारण (अर्थात् प्राथमिक कुण्डली का फ्लक्स पूर्ण रूप से द्वितीयक कुण्डली से सम्बद्ध न होने के कारण) ऊष्मा के रूप में व्यय हो जाता है। इसे कम करने के लिए क्रोड, नर्म लोहे का लिया जाता है।
प्रश्न 8. प्रत्यावर्ती धारा तथा दिष्ट धारा में चार अन्तर लिखिए।
प्रश्न 3. सिद्ध कीजिए कि Irms = Io√2 , जहाँ प्रतीकों के सामान्य अर्थ हैं।
प्रश्न 9. प्रत्यावर्ती L-C परिपथ की प्रतिबाधा, परिणामी विभवान्तर तथा अनुनाद की स्थिति धारा का मान और अनुनादी आवृत्ति के व्यंजक प्राप्त कीजिए।
प्रश्न 10. प्रेरकत्व, धारिता तथा प्रतिरोध युक्त प्रत्यावर्ती परिपथ किसे कहते हैं ? इसमें (i) परिणामी विभवान्तर, (ii) प्रतिबाधा, (iii) धारा तथा परिणामी एवं धारा के मध्य कलान्तर ज्ञात करते हुए श्रेणी अनुनादी परिपथ की आवृत्ति ज्ञात कीजिए।
अथवा
LCR प्रत्यावर्ती परिपथ की प्रतिबाधा का सूत्र स्थापित कीजिए तथा प्रत्यावर्ती वि. वा. बल एवं धारा में सम्बन्ध लिखिए जबकि (i) ωL> 1/ ωC
(ii) ωL< 1/ ωC तथा
(iii) ωL= 1/ ωC
प्रश्न 11. चोक कुण्डली का वर्णन निम्नलिखित शीर्षकों के अन्तर्गत कीजिए-
(1) संरचना, (ii) नामांकित रेखाचित्र, (iii) सिद्धान्त, (iv) उपयोग।
प्रश्न 12. दिष्ट धारा मोटर किसे कहते हैं ? नामांकित आरेख खींचकर इसकी संरचना तथा कार्यविधि समझाइए।
अथवा
दिष्ट धारा मोटर का निम्नांकित शीर्षकों के आधार पर वर्णन कीजिए :
(i) सिद्धान्त, (ii) संरचना तथा नामांकित रेखाचित्र, (ii) कार्य विधि तथा (iv) विरोधी वि. वा. बल।
प्रश्न 13. प्रत्यावर्ती धारा डायनामो (जनित्र) क्या है ? इसका वर्णन निम्न शीर्षकों के अन्तर्गत
कीजिए : (i) सिद्धान्त, (ii) नामांकित रेखाचित्र, (iii) संरचना तथा (iv) कार्यविधि।
प्रश्न 14. ट्रांसफार्मर का कार्य सिध्दांत समझाइये
अथवा
ट्रांसफार्मर के लिए सिध्द करो कि -
Es / Ep = Ns / Np = Ip / Is
Note ― प्रश्न 8 से 14 तक के प्रश्नों के solution के लिए pdf download करे।
दोस्तो उम्मीद करते है कि आपको हमारी पोस्ट पसन्द आई हो इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों में अवश्य शेयर करे ।
#class 12th physics ardhvaarshik paper 2021-22, #MPBSE #physics half yearly paper class 12th, #MP board 12th physics IMP question for ardhvaarshik paper, study gro
एक टिप्पणी भेजें